वाराणसी: आम आदमी पार्टी ने आज बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह एक ऐसा ‘फर्जी’ चिट्ठी बांट रही है, जिसमें अरविंद केजरीवाल ने कथित तौर पर लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने के लिए कौमी एकता दल के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी का धन्यवाद व्यक्त किया है।
इस चिट्ठी के अनुसार केजरीवाल ने अंसारी का यह कहकर कथित तौर पर धन्यवाद व्यक्त किया है कि उनके समर्थन के बाद मुसलमानों के वोट आम आदमी पार्टी (आप) की झोली में आएंगे और वह सांप्रदायिक ताकतों को वाराणसी से बाहर फेंकने में कामयाब होगी।
यह विवाद तब खड़ा हुआ, जब चिट्ठी की प्रति सोशल मीडिया पर आई।
इसके जवाब में आप ने अपने आधिकारिक ट्विटर एकाउंट पर कहा, 'वाराणसी को हाथ से खिसकते देख बीजेपी के लोग इतने डरे हैं कि वे आप के बारे में ऐसी फर्जी तस्वीरें फैला रहे हैं कि उसने समर्थन के लिए मुख्तार अंसारी का धन्यवाद व्यक्त किया है।' मानहानि के लिए 'कानूनी कार्रवाई' की चेतावनी देते हुए आप ने कहा कि फर्जी पत्र जगह विभिन्न लेटर हैड पर लिखा है।
वर्तमान में आगरा जेल में बंद कौमी एकता दल के अंसारी मउ क्षेत्र से विधायक हैं। उन्होंने पिछला लोकसभा चुनाव बसपा उम्मीदवार के रूप में लड़ा था और वह उस समय भाजपा के मुरली मनोहर जोशी से मामूली अंतर से हार गए थे।
इससे पहले अंसारी ने कहा था कि वह दोबारा लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी योजना त्याग दी। उनकी पार्टी ने कहा कि अंसारी ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है, ताकि धर्मनिरपेक्ष मतों को बंटने से रोका जा सके और वह नरेंद्र मोदी के खिलाफ सबसे मजबूत उम्मीदवार का समर्थन करेंगे। तभी से कयास लगाए जा रहे हैं कि अंसारी केजरीवाल का समर्थन कर रहे हैं। आप ने हालांकि, बाद में कहा था कि वह अंसारी का समर्थन नहीं लेगी।
इस बीच, केजरीवाल वाराणसी के ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार चौपालों का आयोजन कर रहे हैं। यहां 15 अप्रैल को आए केजरीवाल के कल अमेठी जाने की उम्मीद है । वह बड़ी रैलियां करने की बजाय लोगों से सीधे संपर्क करने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।
सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र में उन्होंने कहा कि वाराणसी को समूचे देश में राजनीतिक परिवर्तन की चाबी मिल गई है। केजरीवाल के 22 अप्रैल को वाराणसी लौटने की उम्मीद है और वह 23 अप्रैल को नामांकन भर सकते हैं।
इस चिट्ठी के अनुसार केजरीवाल ने अंसारी का यह कहकर कथित तौर पर धन्यवाद व्यक्त किया है कि उनके समर्थन के बाद मुसलमानों के वोट आम आदमी पार्टी (आप) की झोली में आएंगे और वह सांप्रदायिक ताकतों को वाराणसी से बाहर फेंकने में कामयाब होगी।
यह विवाद तब खड़ा हुआ, जब चिट्ठी की प्रति सोशल मीडिया पर आई।
इसके जवाब में आप ने अपने आधिकारिक ट्विटर एकाउंट पर कहा, 'वाराणसी को हाथ से खिसकते देख बीजेपी के लोग इतने डरे हैं कि वे आप के बारे में ऐसी फर्जी तस्वीरें फैला रहे हैं कि उसने समर्थन के लिए मुख्तार अंसारी का धन्यवाद व्यक्त किया है।' मानहानि के लिए 'कानूनी कार्रवाई' की चेतावनी देते हुए आप ने कहा कि फर्जी पत्र जगह विभिन्न लेटर हैड पर लिखा है।
वर्तमान में आगरा जेल में बंद कौमी एकता दल के अंसारी मउ क्षेत्र से विधायक हैं। उन्होंने पिछला लोकसभा चुनाव बसपा उम्मीदवार के रूप में लड़ा था और वह उस समय भाजपा के मुरली मनोहर जोशी से मामूली अंतर से हार गए थे।
इससे पहले अंसारी ने कहा था कि वह दोबारा लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी योजना त्याग दी। उनकी पार्टी ने कहा कि अंसारी ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है, ताकि धर्मनिरपेक्ष मतों को बंटने से रोका जा सके और वह नरेंद्र मोदी के खिलाफ सबसे मजबूत उम्मीदवार का समर्थन करेंगे। तभी से कयास लगाए जा रहे हैं कि अंसारी केजरीवाल का समर्थन कर रहे हैं। आप ने हालांकि, बाद में कहा था कि वह अंसारी का समर्थन नहीं लेगी।
इस बीच, केजरीवाल वाराणसी के ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार चौपालों का आयोजन कर रहे हैं। यहां 15 अप्रैल को आए केजरीवाल के कल अमेठी जाने की उम्मीद है । वह बड़ी रैलियां करने की बजाय लोगों से सीधे संपर्क करने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।
सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र में उन्होंने कहा कि वाराणसी को समूचे देश में राजनीतिक परिवर्तन की चाबी मिल गई है। केजरीवाल के 22 अप्रैल को वाराणसी लौटने की उम्मीद है और वह 23 अप्रैल को नामांकन भर सकते हैं।
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