रामदास कदमके वक्तव्यसे हिंदुद्वेषी प्रसारमाध्यमोंके पेटमें उठा दर्द !
मुंबई : ये जिहादी पुलिसपर आक्रमण करते हैं, पुलिसकी गाडियां जलाते हैं, शहीदोंका स्मारक तोडते हैं, तथा महिला पुलिसपर हाथ उठाते हैं । हम यह नहीं चलने देंगे । हमारी मां-बहनोंकी प्रतिष्ठापर कोई हाथ उठाएगा, तो नरेंद्र मोदी स्थायी रूपसे उनकी व्यवस्था किए बिना नहीं रहेंगे, शिवसेना नेता श्री. रामदास कदमने २१ अप्रैलको मुंबईके वांद्रे-कुर्ला संकुलमें आयोजित शिवसेना-भाजपाकी संयुक्त प्रचारसभामें ऐसा राष्ट्रप्रेमी तथा धर्मप्रेमी आवाहन किया । इस अवसरपर व्यासपीठपर नरेंद्र मोदी तथा श्री. उद्धव ठाकरे उपस्थित थे । मोदी छह माहमें पाकको पाठ पढाएंगे, श्री कदमने ऐसा भी कहा । इस वक्तव्यके कारण प्रसारमाध्यमोंद्वारा उनकी आलोचना की जा रही है । (आजाद मैदान दंगेमें धर्मांध मुसलमानोंद्वारा किए गए आक्रमणमें प्रसारमाध्यमोंपर भी आक्रमण हुआ था । उनकी ‘ओबी वैन ’ जलाई गई थी तथा कुछ वार्ताकारोंके साथ मारपीट भी हुई थी । उस विषयमें एक भी प्रसारमाध्यमने चूं तक नहीं की । यही प्रसारमाध्यम गुजरात दंगेके कारण मोदीसे छल करने हेतु आगे आते हैं । अभीतक आजाद मैदानके दंगाखोर धर्मांध जिहादीयोंकी व्यवस्था नहीं हुई है । वह मोदी करें, हिंदु यदि ऐसा सोचते हैं तथा श्री. कदम भी वही प्रस्तुत करते होंगे, तो उसमें क्या चूक है ? प्रसारमाध्यमोंको यदि धर्मांध मुसलमानोंद्वारा पिटना अच्छा लगता हो, तो वे अवश्य पिटते रहें, हिंदु उसे क्यों सहें ? हिंदुओ, ऐसे हिंदुद्वेषी प्रसारमाध्यमोंका बहिष्कार करें ! - संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
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